दिनांक: 21 सितम्बर 2025 | स्थान: नई दिल्ली
नई दिल्ली: विशालाक्षी फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल रोटी डे के अवसर पर एक भव्य पदयात्रा का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य था – युवाओं को नशे से मुक्त करना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना। यह पदयात्रा कश्मीरी गेट से दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी तक निकाली गई, जिसमें 5000 से अधिक युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह अभियान "नशा मुक्त युवा अभियान" के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालकर उन्हें समाज सेवा, शिक्षा, और स्वास्थ्य की ओर प्रेरित करना है। इस विशाल रैली का नेतृत्व विशालाक्षी फाउंडेशन के संस्थापक श्री निलय अग्रवाल ने किया। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा:
"युवा ही देश का भविष्य हैं। जब युवा नशे से मुक्त होंगे, तभी राष्ट्र सशक्त बनेगा। हमें मिलकर एक ऐसा भारत बनाना है जहाँ हर हाथ में हुनर हो और हर दिल में सेवा भाव।"
यह आयोजन युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से संपन्न हुआ, जिससे इस पहल को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिली।
मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भी रैली में भाग लिया और युवाओं को संबोधित करते हुए इस प्रकार की पहलों की आवश्यकता और प्रासंगिकता पर बल दिया।
पदयात्रा के दौरान युवाओं ने हाथों में प्रेरणादायक बैनर और तख्तियां लेकर नशा मुक्ति के संदेश दिए और पूरे मार्ग में देशभक्ति और जनजागरण के नारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
ग्लोबल रोटी डे के संदर्भ में श्री निलय अग्रवाल ने कहा:
"रोटी सिर्फ भूख मिटाने का साधन नहीं है, बल्कि यह एक प्रतीक है – समानता, सेवा और सह-अस्तित्व का। इसी संदेश को लेकर हम युवाओं के साथ नशा मुक्त भारत की ओर अग्रसर हैं।"
विशालाक्षी फाउंडेशन लंबे समय से समाज सेवा, बाल कल्याण, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में कार्यरत है। "नशा मुक्त युवा अभियान" संस्था की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य है - भारत के हर कोने तक नशा विरोधी संदेश पहुँचाना और युवाओं को जागरूक करना।
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि यदि सही दिशा और उद्देश्य मिले, तो भारत का युवा वर्ग समाज में बड़े बदलाव की शुरुआत कर सकता है।